घरेलू उपाय ठंड में एड़ियां फटने पर आजमाएं ये नुस्खे
जाड़े दिनों में त्वचा काफी शुष्क रहती है. ऐसे में एड़ियां फटना आम बात है. कोई भी मॉस्चराइजर का उपयोग करके अपने हाथ और होंठों की त्वचा को आसानी से नरम रखा जा सकता है, लेकिन पैरों, विशेषकर एड़ियों की त्वचा सख्त होती है. फटी एड़ियों से खून भी बह सकता है, जिससे काफी दर्द झेलना पड़ता है. ये हैं कुछ आसान उपाय, जिससे राहत मिल सकती है. पूरा जानकारी दिया गया है
• सेब का सिरका एप्पल साइडर विनेगर एक चम्मच लेकर उसे गर्म पानी में मिला लें और पैरों को उस घोल में करीब 15 मिनट तक डुबो कर रखें. इससे एड़ियां मुलायम होंगी. अगर क्रैक्स ज्यादा आ गये हैं, तो उनमें भी आराम होगा.
• टी ट्री ऑयल : ऑस्ट्रेलिया के देशी पेड़ मेललेउका ऑल्टर्नीफोलिया से पैरों को धो लें. से निकाला जाने वाला तेल है टी ट्री ऑयल एक चौथाई कप ऑलिव ऑयल में टी ट्री ऑयल की 6-7 बूंदें मिला लें. फटी एड़ियों पर इससे हल्की मालिश करें. 15 मिनट तक ऐसा करने के बाद गर्म पानी से धो लें. इस ऑयल में कई एंटीऑक्सीडेंट्स व विटामिन्स होते हैं, जो एड़ियों की दरारें दूर करने में उपयोगी हैं.
• एलोवेरा बार-बार एड़ियां फटती हों, तो दो चम्मच एलोवेरा जेल को एक चम्मच ग्लिसरीन साथ मिला लें और एड़ियों पर लगाएं. फिर गर्म पानी
• हल्दी : हल्दी पाउडर व पानी का पेस्ट बनाकर हफ्ते में तीन बार फटी एड़ियों पर लगाने से दरारें भर जाती हैं.
सर्दियों में दिल का रखें खास ख्याल
सर्दियों में दिल को स्वस्थ्य रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाना बहुत जरूरी हैं.
• शरीर को गर्म रखें: सर्दियों में ठंडी हवाओं के संपर्क में आने से शरीर से उष्मा अधिक मात्रा में निकलती है. इससे बचने के लिए शरीर को अच्छी तरह ऊनी कपड़ों से ढंककर रखें, सिर को भी ऊनी टोपी, मफलर से ढंकें. सुबह-सुबह जब तापमान बहुत कम हो और तेज सर्द हवाएं चल रही हों, तो बाहर निकलने से बचें.
• वर्कआउट जरूर करें: सर्दियों में लोग वर्कआउट करने की जगह बिस्तर में दुबके रहना अधिक पसंद करते हैं, लेकिन यह ठीक नहीं है. वर्क आउट करने से शरीर में उष्मा का स्तर बढ़ता है और रक्त का प्रवाह भी सामान्य बना रहता है. सर्दियों में अगर आपका बाहर जाने का मन नहीं कर रहा है, तो आप घर पर ही वर्कआउट कर सकते हैं.
• गुनगुनी धूप लें: सर्दियों के मौसम में रोजआधा घंटा धूप में बिताना जरूरी है. इस मौसम में धूप में बैठने के लिए सुबह 10-12 बजे तक का समय सबसे अच्छा माना जाता है. धूप से आपको विटामिन डी मिलेगा, प्राकृतिक प्रकाश आपको अवसाद से बचायेगा और आपका रक्त परिसंचरण तंत्र भी बेहतर काम करेगा.
• पानी खूब पीएं : मौसम कोई भी हो शरीर में जल का पर्याप्त स्तर बनाये रखना जरूरी है. सर्दियों में अक्सर लोग पानी पीना भूल जाते हैं, जिससे रक्त के गाढ़ा होने और उसका सामान्य प्रवाह प्रभावित होने का खतरा बढ़ जाता है. पानी के अलावा फलों का ताजा जूस, सूप आदि भी लें. कैफीन युक्त पदार्थों (चाय, कॉफी), शराब का सेवन कम करें, इससे शरीर में डिहाइड्रेशन बढ़ता है. शरीर को गर्म रखने के लिए आप गुनगुना पानी पी सकते हैं.
• तनाव से बचें : सर्दियों में हमारी जैविक घड़ी गड़बड़ा जाती है. सेरेटोनिन का स्तर कम होने से गुस्सा, अवसाद का शिकार होने की आशंका बढ़ जाती है, जो दिल की सेहत के लिए नुकसानदेह है.
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