Weight loss tips: एक्सरसाइज करने का उपाय घरेलू उपाय पेट का चर्बी कम करने का उपाय 


जब भी वजन कम करने की चर्चा होती है, तो सबका ध्यान अनायास सबसे पहले अपने पेट और उसके आसपास के हिस्सों पर ही जाता है. ऐसा होना स्वाभाविक भी है, क्योंकि पेट, कूल्हे अगर सही ढांचे में हों, तो पूरा शरीर सुडौल दिखता है. पेट और आसपास के अंगों को सुडौल बनाने वाले ये शानदार आसनों के बारे में.


वशिष्ठासन (साइड प्लैंक पोज)


दंडासन में आ जाएं और धीरे-धीरे शरीर का वजन दायें हाथ व पैर पर रखें. बांया हाथ और पैर हवा में रहेंगे. इसके बाद आराम से बायां पैर, दायें पैर पर रखें व दाहिने हाथ को कूल्हे पर अब सांस अंदर लेते हुए दायां हाथ ऊपर उठाएं, गर्दन को अपने उठे हुए हाथ की ओर मोड़ें व सांस अंदर-बाहर करते हुए उठे हाथ की उंगलियों को देखें. सांस छोड़ते हुए अपने हाथ को नीचे ले आएं और वापस धीरे-धीरे दंडासन में लौट आएं. सहज होने पर इसे दूसरी ओर से करें.



• अन्य लाभ : हाथ व पैर में मजबूती 
• सावधानी : हाथ या कंधे में कभी फ्रैक्चर हुआ हो तो न करें.



संचालित नौकासन


जैसे आप नौकासन करते हैं, उसी प्रकार की यह मुद्रा है. इसमें जब पैरों को उठाते हैं, तो पैरों को उठाने के बाद एक साथ ऊपर-नीचे करना इसको पांच बार धीरे-धीरे इसी प्रकार करना होता है. इससे आपके पेट की मांसपेशियों पर भार पड़ता है और सबलता आती है. यह शरीर को स्वस्थ रखने में काफी लाभप्रद है.



• अन्य लाभ लोअर बैक को ताकत देता है और रीढ़ को लचीला बनाता है,
• सावधानी कभी पेट में चोट या कोई सर्जरी हुई हो, तो इस परिस्थितियों में यह आसन को करने से परहेज करना चाहिए.


पश्चिमोत्तानासन


दोनों पैरों को एकदम सीधे फैलाकर बैठ जाएं, गर्दन, सिर व रीढ़ की हड्डी को भी सीधा रखें. दोनों हथेलियों को दोनों घुटनों पर रखें. सिर व धड़ को धीरे से आगे की ओर झुकाएं और अपने घुटनों को बिना मोड़े हाथों की उंगलियों से पैरों की उंगलियों को छूने की कोशिश करें. गहरी श्वास लें और धीरे से श्वास को छोड़ें. अपने सिर और माथे को दोनों घुटनों से छूने की कोशिश करें. बांहों को झुकाएं और कोहनी से जमीन को छूने की कोशिश करें. श्वास को पूरी तरह छोड़कर इसी मुद्रा में बने रहें. कुछ सेकेंड के बाद वापस पहली वाली मुद्रा में आ जाएं.



• अन्य लाभ तनाव, चिंता से राहत 
• सावधानी दमा हो, तो न करें.



चतुरंग दंडासन (लो प्लैंक पोज)


मैट पर पेट के बल लेट जाएं, इसके बाद दोनों हाथों को भुजंगासन के समान रखें, यानी अपने दोनों हाथों को जमीन पर अपने कंधों से आगे रखें, जिसमें आपकी उंगलियां सामने की ओर रहें. दोनों पैरों की उंगलियों को जमीन पर सीधे रखें. पैरों की उंगलियों पर जोर डालते हुए धीरे-धीरे अपने दोनों घुटनों को ऊपर करने का प्रयास करें. दोनों हाथों पर शरीर के वजन को उठाएं. शरीर फर्श के समानांतर उठा रहे. 10 से 30 सेकेंड रुकें, फिर वापस प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं.



• अन्य लाभ : तन-मन बैलेंस रहता है.
• सावधानी: पीठ दर्द, कार्पल टनल सिंड्रोम जैसी समस्या हो, तो न करें.